________________ प्राकृतशब्दरूपावलिः ॥अथ प्रतिष्ठाशब्दः // .. एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा परिहा पइट्ठा . परिहाउ परिट्ठाओ ( परिहा पइट्ठाउ ( पइट्ठाओ पइट्ठा इत्यादि // निष्प्रती ओत्परीमाल्य-स्थोर्वा / / 8 / 1 / 38 // इत्यनेन निर्पति इत्येतौ माल्यशब्दे स्थाधातौ च परे यथासङ्ख्यं ओत् परि इत्येवंरूपौ वा भवतः / - ॥अथोपमाशब्दः // एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा उवमा [उवमाउ उवमाओ उवमा ... इत्यादि मालावत् . ॥अथ शिफाशब्दः // एकवचनम् .. बहुवचनम् / प्रथमा सिभा सिभाउ सिभाओ सिभा इत्यादि | फो भ-हौ // 8 / 1 / 236 // इत्यनेन फस्य भकारः। // अथ स्पृहाशब्दः // एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा छिहा छिहाउ छिहाओ छिहा इत्यादि / स्पृहायाम् // 8 / 2 / 23 // इत्यनेन स्पृहाशब्दे संयुक्तस्य छः /