________________ -विरुद्ध अथवा लोक विरुद्ध कार्य करे तो अनेक प्रकार की विपत्तियाँ आने की वजह से वहीवट करने वाले का दिमाग आर्त - रौद्र ध्यान के संक्लेश से ग्रस्त रहे। अत: उसको शुभ भाव वृद्धि की संभावना ही नही रहती। गरीब होगा तो कभी देवद्रव्य का ब्याज या रकम अपने काम में ले लेगा | जिससे जन्म-जन्म दुःख पावेगा। (2) न्यायोपार्जित धनवाला : न्याय से धन कमाने वाला हो / (3) योग्य : राजादि व्दारा सन्माननीय | जिसका कोई भी पराभव नहीं कर सके। (4) उत्तम कुलोत्पन्न : उत्तम कुलमें जन्मा आदमी धर्म द्रव्यादि के वहीवट के कार्यों को अच्छी तरह पूर्णता तक पहुंचा सकता है। हलके कुल वाला तो बाधा या कठिनाई SO405