________________ (40 ) आरियमणारिएसुं, पढमस्स य नेमिपासचरिमाणं / सेसाण आरिएसुं, छउमत्थत्ते विहारो अ // 171 // आर्याऽनार्येषु, प्रथमस्य च नेमिपार्श्वचरमाणाम् / शेषाणामार्येषु, छद्मस्थत्वे विहारश्च // 171 / / वाससहस्सं 1 बारस 2, चउदस 3 अट्ठार 4 वीस 5 वरिसाइं / मासा छ 6 नव 7 तिन्नि अ 8, चउ 9 तिग 10 दुग 11 मिक्कग 12 दुगं च 13 // 172 // ति 14 दु 15 कग 16 सोलसगं 17, वासा तिनि अ 18 तहेव होरत्तं 19 / मासे कारस 20 नवगं 21, चउपन्न दिणाइ 22 चुलसीई // 23 // 173 // पक्खहियसड्डवारस 24. वासा छउमत्थकालपरिमाणं / उग्गं च तवोकम्म, विसेसओ वद्धमाणस्स // 174 // वर्षसहस्रं द्वादश-चतुर्दशाऽष्टादशविंशतिवर्षाणि / मासाः षट् नव त्रयश्च, चतुस्त्रिकद्विकमेकद्विकं च // 172 // त्रिद्वयेकानिषोडश-वर्षाणि त्रीणि च तथैवाहोरात्रम् / मासैकादशनवकं, चतुष्पश्चाशदिनान्यशीतिः // 173 // पक्षाधिकसार्द्धद्वादश-वर्षाणिच्छद्मस्थकालपरिमाणम् / उग्रं च तपः कर्म, विशेषतो वर्द्धमानस्य // 174 // वयदिणमेगं पुन्न, छमासि बीअयं पणदिणूणं / नव चउमासिअदु तिमा-सिअ अड्डाइजमासिआ दुन्नि / 175 /