________________ रायपुरं तह मिहिला, रायगिहं तह य होइ वीरपुरं / बारवई कोयकडं, कुल्लागं पारणपुराई // 16.2 // हस्तिनापुरमयोध्या, श्रावस्ती तथाऽयोध्याविजयपुरम् / ब्रह्मस्थलं पाटलिखण्डं, तथा पद्मखण्डञ्च // 160 // श्वेतपुरंरिष्टपुरं, सिद्धार्थमहापुरं च धान्यकडम् तथा वर्द्धमानसौमनस्य, मन्दिरं चैव चक्रपुरम् // 161 / / राजपुरं तथा मिथिला, राजगृहं तथा च भवति वीरपुरम् / द्वारवती कोपकटं, कुल्लागं पारणपुराणि , // 162 // सिजंस बंभदत्तो, सुरिंददत्तो अइंददत्तो अ। पउमो अ सोमदेवो, महिंद तह सोमदत्तो अ // 163 // पुस्सो पुणवसू तह, नंद सुनंदो जओ अ विजओ अ / तत्तो अ धम्मसीहो, सुमित्त तह वग्घसीहो अ // 164 // अवराइअ विससेणो-अ वंभदत्तो अ दिन्न वरदिन्नो / धन्नो बहुलो अ इमे, पढमजिणभिक्खदायारो // 165 // श्रेयांसो ब्रह्मदत्तः, सुरेन्द्रदत्तश्चेन्द्रदत्तश्च / पद्मश्च सोमदेवो-महेन्द्रस्तथासोमदत्तश्च // 163 / / पुष्यः पुनर्वसुस्तथा, नन्दसुनन्दौ जयश्चविजयश्च / ततश्चधर्मसिंहः, सुमित्रस्तथा व्याघ्रसिंहश्च // 164 // अपराजितो विश्वसेनश्च, ब्रह्मदत्तश्च दिन्नवरदिन्नौ / धन्यो बहुलश्चेमे, प्रथमजिनभिक्षादातारः // 165 / /