________________ ( 33 ) वर्षशतं मल्लिजिने, पञ्चसप्ततिः पञ्चविंशतिस्त्रीणिशतानि / वर्षाणि त्रिंश-त्रिंशत् , कुमरत्वमथनृपतिकालः // 137 // तेसद्विपुवलक्खा 1, तिपन्न 2 चउचत्त 3 सड्वछत्तीसं 4 / गुणतीस 5 सड्डइगवीस 6, चउदस ७सड्ढछ 8 अद्ध ९द्धं 10 / 138 त्रिषष्टिपूर्वलक्षाणि, त्रिपञ्चाशचतुश्चत्वारिंशत्सा षट्त्रिंशत् / एकोनत्रिंशत्साद्वैकविंशति-श्चतुर्दश सार्द्धषडीऽर्द्धम् // 138 // अजियाओ जा सुविही, पुवंगा ताविमेऽहिया नेया 9 / ग१ चउ 2 अड 3 बारस 4, सोल 5 वीस 6 चउवीस 7 अडवीसा 8 // 139 // अजिताद्यावत्सुविधिः, पूर्वाङ्गानि तावदिमान्यधिकज्ञेयानि / एकचतुरष्टद्वादश-षोडशविंशतिचतुर्विंशत्यष्टाविंशतयः। 139 / तो समलक्ख दुचत्ता 12, तो सुन्नं तीस 13 पनर 14 पंच तओ 15 / सहस पणवीस 16 तत्तो, पउणचउवीस 17 इगवीसं 18 // 140 // ततःसमलक्षा द्विचत्वारिंशत् , ततःशून्यं त्रिंशत्पञ्चदश पञ्च ततः। सहस्रपञ्चविंशति-स्ततःपादोनचतुर्विंशतिरेकविंशतिः // 140 // सुन्न 19 पनर 20 पण 21 तत्तो, ति सुन्न 24 रजं च चंकिकालो वि / संतीकुंथुअराणं, सेसाणं नत्थि चक्कित्तं // 141 // ( राज्यकालः 55 चक्रित्वकालः // 56 // )