________________ पास एक विनीत विद्यार्थी बनकर अपने पुत्र, पौत्रादि स्वजनों और कई विद्वद् जनों के साथ सूर्य के हजार नामों को पढता था। उपाध्याय भगवंत जी से सूर्य के रहस्य को सुनता एवं समझता था। सम्राट अकबर ने महोपाध्याय श्री भानुचन्द्र जी महाराज साहेब की प्रेरणा से प्रभावित होकर कई ऐसे कार्य किये थे जिनकी कल्पना एक मुसलिम बादशाह से कभी की ही नहीं जा सकती थी। जैन इतिहास साक्षी है कि स्वयं अकबर उपाध्याय श्री भानुचन्द्र जी महाराज साहेब के साथ सत्संग करता था / अकबर के कई असंभव प्राय: कार्य उपाध्याय श्री जी की कृपा से संपन्न हुए अंत में स्वाध्यायी वर्ग से विनम्र आगह करता हूं कि वे इस ग्रंथ का अध्ययन करें; एवं यदि कुछ क्षतियां पाएं तो मुझे सूचित करें। . धर्म धुरंधर सूरि श्री आत्म-वल्लभ-सामुद्र विहार पाली (राजस्थान) 35