SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 189
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्रीसूर्यसहस्रनामसङ्ग्रहत्रयम् विमन्युः 677. विमी 678. विनिद्रः 679. विराजः 680. विराट 681. बृहस्पतिः 682. बृहत्कीर्तिः 683. बृहज्जेता 684. बृहत्तेजाः 685. वरदः 686. वरदाता 687. वृद्धिः 688. वृद्धिदः 689. वरप्रदः 690. वर्चस 691. विरूपाक्षः 692. विरोचनः 693. वरीयान् 694. वरुणः 695. वरनायकः 696. वर्णाध्यक्षः 697. वरुणेश: 698. वरेण्यः, वरेण्यवृत्तः 699. वृत्तिधरः 700. वृत्तिचारी 701. विश्वामित्र 702. वृत्तिः 703. वशानुगः 704. विशाख: 705. विश्वेश्वरः 706. विश्वयोनिः 707. विश्वजित् 708. विश्ववित् 709. विशोकः 710. विशेषवित् 711. विष्णु: 712. विश्वात्मा 713. विश्वभावनः 714. विश्वकर्मा 715. विश्वनिलय: 716. विश्वरूपी 717. विश्वतोमुख: 718. विशिष्टः 719. विशिष्टात्मा 720. विपादः 721. यज्ञ: 722. यज्ञपतिः 723. काक: 724. काल: 725. कालानलद्युति: 726. कालहा 727. कालचक्र: 728. कालचक्रप्रवर्तकः 729. कालकर्ता 730. कालनाशनः 731. कालत्रय: 732. कामः 733. कामारिः 734. कामदः 735. कामचारी 736. कासिकः ७३७.कान्तिः 738. कान्तिप्रदः 739. कार्यकारणावहः 740. कारुणिक: 741. कार्तस्वरः 742. काश्यपेयः 737. काष्ठा 738. कपिः 739. कुबेरः 740. कपिलः 741. गभस्तिमान् 742. गभस्तिमाली 743. कपर्दी 744. ख: 745. खतिलक: 746. खद्योतन: 747. खोल्का 748. खग: 749. खगसत्तमः 750. धर्मांशुः 751. घृणि: 752. घृणिमान् 753. कवि: 754. कवच: 755. कवची 756. गोपति: 757. गोविन्दः 758. गोमान् 759. ज्ञानशोभन: 760. ज्ञानवान् 761. ज्ञानगम्य: 762. ज्ञेयः 763. केयूर: 764. कीर्तिः 765. कीर्तिवर्धन: 766. कीर्तिकर: 767. 181
SR No.004472
Book TitleSurya Sahasra Nam Sangraha Trayam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmdhurandharsuri
PublisherJain Vidya Shodh Samsthan
Publication Year
Total Pages194
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy