________________ श्रुत रत्नरत्नाकरे wmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmmm केवलिणो परमोही, विउलमई सुअहरा जिणमयंमि / आयरियउवज्झाया, ते सव्वे साहुणो सरणं // 32 // चउदस-दसनवपुव्वी, दुवालसिक्कारसंगिणो जे अ / जिणकप्पाहालंदिअ- परिहारविसुद्धिसाहू अ // 33 // खीरासवमहुआसव, संभिन्नसोअकुटुबुद्धी अ। चारणवेउविपयाणु-सारिणो साहुणो सरणं // 34 // उज्झियवइरविरोहा, निच्चमदोहा पसंतमुहसोहा / अभिमयगुणसंदोहा, हयमोहा साहुणो सरणं // 35 // खंडिअसिणेहदामा, अकामधामा निकामसुहकामा / सुपुरिस मणाभिरामा, आयारामा मुणी सरणं // 36 // मिल्हिअविसयकसाया, उज्झिअघर-घरगिसंगसुहसाया / अकलिअहरिसविसाया, साहू सरणं गयपमाया // 37 // हिंसाइदोससुन्ना, कयकारुन्ना सयंभुरुप्पन्ना अजरामरपहखुन्ना, साहू सरणं सुकयपुन्ना // 38 // कामविडवणचुक्का, कलिमलमुक्का विमुक्कचोरिका / पावरयसुरयरिका, साहुगुणरयणचिच्चिका // 39 // साहूत्तसुडिआ जं, आयरियाइ तओ अ ते साहू / साहुभणिअण गहिआ, तम्हा ते साहुणो सरणं // 40 // पडिवन्नसाहुसरणो, सरणं काउं पुणोवि जिणधम्म / पहरिस-रोमंच-पवंच-कंचुअंचिअतणू भणइ // 41 // पवरसुकएहि पत्तं, पत्तहि वि नवरि केहि वि न पत्तं / तं केवलिपन्नत्तं, धम्मं सरगं पवन्नोहं // 42 //