________________ // 36 // .. // 37 // // 38 // // 39 // देवा देवीओ वि य सिंघाडगमाइ तत्थ पूयंति / / तम्मि कए सम्माणे पविसइ पुव्विल्लदारेणं . . सोहम्माएँ सभाए निसीय सिंहासणम्मि रम्मम्मि। पुव्वाभिमुहो तत्तो सामाणियपभिइ परिवारो पुरओ निसीयइ पहरणवावडहत्थो पसंतमुहसोहो / जय जय नंदा जय जय भद्दा इइ जंपिरो रम्मो इय पुव्वसुकयकम्माणुभावजणियं विसिट्ठविसयसुहं / भुंजतो वरसरसच्छराहिं सद्धिं गमइ कालं. सिद्धाययणगमेणं मुहमंडवपभिइ वित्थरो सव्वो। पायं पंचसभासु वि उववायाईसु विनेओ सव्वेसि दुवाराणं तह चिइरुक्खाइयाण उवरिम्मि / छत्ताइछत्तधयमंगलाई सव्वत्थ नेयाई / एसो सुरकिच्चविही उवंगरायप्पसेणईयाओ / भणिओ अहिणवजायाण सव्व इंदाण देवाणं सिरिवद्धमाणसूरीण पायकमलेसु भमरसरिसेहिं / सिरिचक्केसरसूरीहिं भासियमिणं पगरणममेयं // 40 // // 41 // // 42 // // 43 // 278