________________ धूवकडुच्छुयएणं धूवं दाऊण जिणवरिंदाणं / . अट्ठसएणं सुविसुद्धगंथवित्तेहि संथुणइ // 12 // देवाहिदेव परमेसर ! वीयराय, सव्वण्णु तित्थयर सिद्ध महाणुभाव / तेलोक्कनाह मुणिपुंगव वद्धमाण, गंभीरधीर सुचिरं जय देवदेव // 13 सत्तटुपयाई ओसरित्तु अंचेइ वामज़ाणुं तु / दाहिणजाणुं धरणीयलंसि किच्चा सुभत्तीए // 14 // तिक्खुत्तो मुद्धाणं भूमिएँ निहित्तु ईसि नमइत्ता / अंजलिमउलियहत्थो सक्कथयं भणिय वंदेइ // 15 // . वंदित्ता नीहरई दाहिणदारेण गब्भगेहाओ / ' दाहिणमुहमंडवमज्झभाययं तत्थ पूएइ // 16 // पच्छिमदारं तत्तो दाहिणमुहमंडवस्स पूएइ / तो उत्तरिल्लखंभे पूयइ तम्मंडवट्ठियओ // 17 // . पुव्वं दारं पूयइ दाहिणमुहमंडवस्स तणयं तु / मुहमंडवस्स तणियं दाहिणवारं पि पूएइ // 18 // तेणं चिय नीहरई तो दाहिणपेच्छमंडवयमझं / पच्छिमदारं तत्तो उतरिलखंभे उ पुव्विल्लं . // 19 // तत्तो दाहिणदारं पूएइत्तुं च नीहरइ तेणं / तत्तो दाहिणचेइयर्थभं पूएइ संतप्पा // 20 // थुभाभिमुहीओ चउदिसि पि (तत्थ) चत्तारि संति जिणपडिमा / तासि पढमं पच्चित्थिमिल्लपडिमं नमसेइ // 21 // तो उत्तरिल्लपडिमं वंदइ तत्तो उ पुव्वतणयं तु / ' तत्तो दाहिणपडिमं थूयइ अंचेइ वंदेइ - // 22 // दाहिणचेइयरुक्खे दाहिणचेइयधयं च दाहिणया / नंदा पुक्खरणी वि य पूयइ अंचेइ संतप्पा // 23 // 2 पदई 20