________________ // 859 // // 860 // // 861 // // 862 // // 863 // // 864 // दव्वाइ चिंतिऊण संघयणाईण हाणिमासज्ज / पायच्छित्तं जीयं रुढं वा जं जहिं गच्छे पंच अहाजायाइं चोलगपट्टो तहेव रयहरणं / उन्निय खोमिय निस्सेज्जजुयलयं तह य मुहपोत्ती सव्वे वि पढमयामे दोन्नि य वसहाण आइमा जामा / तइओ होइ गुरूणं चउत्थ सव्वे गुरू सुयइ सल्लुद्धरणनिमित्तं गीयस्सऽन्नेसणा उ उक्कोसा। जोयणसयाई सत्त उ बारस वासाई कायव्वा जावज्जीवं गुरुणो असुद्धसुद्धेहिं वा वि कायव्वं / वसहे बारस वासा अट्ठारस भिक्खुणो मासा अप्पते च्चिय वासे सव्वं उवहिं धुवंति जयणाए। असईए उदगस्स उ जहन्नओ पायनिज्जोगो आयरियगिलाणाणं मइला मइला पुणो वि धोइज्जा / / मा हु गुरूण अवण्णो लोगम्मि अजीरणं इअरे बत्तीसं किर कवला आहारो कुच्छिपूरओ भणिओ। पुरिसस्स महिलियाए अट्ठावीसं भवे कवला . अद्धमसणस्स सव्वंजणस्स कुज्जा दवस्स दो भाए। , बायपवियारणट्ठा छब्भागं ऊणयं कुज्जा सीओ उसिणो साहारणो य कालो तिहा मुणेयव्यो। साहारणम्मि काले तत्थाहारे इमा मत्ता .. सीए दवस्स एगो भत्ते चत्तारि अहव दो पाणे / उसिणे दवस्स दुन्नी तिन्नी वि सेसा- उ भत्तस्स एगो दवस्स भागो अवढिओ भोयणस्स दो भागा / वडंति व हायंति व दो दो भागा उ एक्केक्के .73 // 865 // // 866 / / // 867 // // 868 // // 869 // // 870 //