________________ पण संलेहण पन्नरस कम्म नाणाइ अट्ठ पत्तेयं / बारस तव विरियतिगं पण सम्म वयाई पत्तेयं // 263 // इहपरलोयासंसप्पओग मरणं च जीविआसंसा / कामे भोगे व तहा मरणंते पंच अइआरा // 264 // भाडी फोडी साडी वणअंगारस्सरूवकम्माई। वाणिज्जाणि अ विसलक्खदंतरसकेसविसयाणि // 265 // दवदाण जंतवाहण निल्लंछण असइपोससहियाणि / सजलासयसोसाणि अ कम्माइं हवंति पन्नरस // 266 // काले विणए बहुमाणोवहाणे तहा अनिण्हवणे / वंजण अत्थ तदुभए अट्ठविहो नाणमायारो // 267 // निस्संकिय निक्कंखिय निव्वितिगिच्छा अमूढदिट्ठी य।। उववूह थिरीकरणे वच्छल्ल पभावणे अट्ठ . // 268 // पणिहाण जोगजुत्तो पंचहिं समिईहिं तीहिं गुत्तीहि / चरणायारो विवरीययाई तिण्हं पि अइयारा // 269 // अणसणमूणोअरिया वित्तीसंखेवणं रसच्चाओ। कायकिलेसो संलीणया य बज्झो तवो होह // 270 // पायच्छित्तं विणओ वेयावच्चं तहेव सज्झाओ। झाणं उस्सग्गोऽवि अभिंतरओ त्वो होइ // 271 // सम्ममकरणे बारस तवाइयारा तिगं तु विरिअस्स। मणवयकाया पाबपउत्ता विरियतिगअइयारा // 272 // संका कंखा य तहा वितिगिच्छा अन्नतित्थियपसंसा। परतिथिओवसेवणमइयारा पंच सम्मत्ते // 273 // पढमवये अइआरा नरतिरिआणऽन्नपाणवोच्छेओ। बंधो वहो य अइभाररोवणं तह छविच्छेओ // 274 // = =