________________ // 40 // पाणिवह 1 मुसावाए 2, अदत्त 3 मेहूण 4 परिग्गहे चेव 5 / दिसि 6 भोग 7 दंड 8 समई 9, देसे 10 तह पोसह 11 विभागो 12 // 39 // थूला सुहुमा जीवा, संकप्पारंभओ अ ते दुविहा / सावराहनिरवराहा, साविक्खा चेव निरविक्खा कन्नागोभूअलियं, नासावहारं च कूडसक्खिज्ज / थूलमलीअं पंचह, चएइ सुहुमं पि जहसत्ति // 41 // जे सच्चव्ववहारा, तेसिं दुट्ठा वि नेव पहवंति / नाइक्कमंति आणं, ताणं दिव्वाइं सव्वाई // 42 // वयणम्मि जस्स वयणं, निच्चमसच्चं वहेइ वच्चरसो। सुद्धीए जलण्हाणं, कुणमाणं तं हसंति बुहा .. // 43 // मूयत्तणं पि मन्ने, सारं सारंभवयणसत्तीओ। निम्मंडणं चिअ वरं, जलंतअंगारसिंगारा // 44 // सच्चेण जिओ जायइ, अप्पडिहयमहुरगुहिरवरवयणो / अलिएणं मुहरोगी, हीणसरो मम्मणो मूओ // 45 // दप्पेण अलियवयणस्स, जं फलं तं न सक्किमो वोत्तुं / दक्खिणालीएण वि, गओ वसू सत्तमं नरयं // 46 // तइयवयम्मि चइज्जा, सचित्ताचित्तथूलचोरिज्जं / तिणमाइतणुअतेणिय-मेसो पुण मोत्तुमसमत्थो // 47 // नासीकयं निहिगयं, पडिअं वीसारिअं ठिअं नटुं। परअत्थं हीरंतो, नियअत्थं को विणासेइ // 48 // जंपइ मम त्ति जंपइ, तं तं जीवस्स बाहिरा पाणा। तिणमित्तं पि अदिन्नं, दयालुओ तो न गिण्हेइ // 49 // 202