________________ पंचासवप्पसत्तो जो खलु तिहिं गारवेहिं पडिबद्धो / इथिगिहिसंकिलिट्ठो संसत्तो संकिलिट्ठो उ // 119 // पासत्थाईएसुं संविग्गेसुं च जत्थ मिलई उ। तहि तारिसओ होई पियधम्मो अहव इयरो उ // 120 // उस्सुत्तमायरंतो उस्सुत्तं चेव पण्णवेमाणो / एसो उ अहाच्छंदो इच्छाछंदो त्ति एगट्ठा // 121 // उस्सुत्तमणुवइटुं सच्छंदविगप्पियं अणणुवाई। परतत्तिपवत्ती तितिणो य इणमो अहाच्छंदो // 122 // सच्छंदमइविगप्पिय किंची सुहसायविगइपडिबद्धो / तिहिं गारवेहिं मज्जइ तं जाणाही अहाछंदं // 123 // विक्खित्तपराहुत्ते पमत्ते मा कयाइ वंदिज्जा। .. आहार चं करिते नीहारं वा जइ करेइ // 124 // पसंते आसणत्थे य उवसंते उवट्ठिए। .. अणुन्नवित्तु मेहावी, किइकम्मं पउंजए . // 124 // आयप्पमाणमित्तो चउदिसि होइ उग्गहो गुरुणो / अणणुन्नायस्स सया न कप्पए तत्थ पविसेउं // 126 // वंदणचिइकिइकम्मं पूयाकम्मं च विणयकम्मं च / वंदणयस्स इमाई हवंति नामाइ पंचेव // 127 // सीयले खुड्डए कण्हे, सेवए पालए तहा। पंचेए दिटुंता किइकम्मे हुंति नायव्वा // 128 // पुरओ पक्खासन्ने गंताचिट्ठणनिसीयणायमणे / आलोयणऽपडिसुणणे पुव्वालवणे य आलोए // 129 // तह उवदंस निमंतण खद्धा अयणे तहा अपडिसुणणे। . खद्ध त्ति य तत्थगए किं तुम तज्जाय नो सुमणे // 130 // . 11