________________ मणवयणकायमेहुण करण सदार वज्ज परइत्थी। सयण दारा करावण कारावण निअ य तिरियाणं // 240 // अभिंतर बाहिरिओ परिंग्गहो अप्प पउर नायव्वो। पुत्तं बंधवया पुण पुत्तं धुअ बंधवाईया // 241 // लिप्पे१ य दंत२ कट्ठ३ लोह४ पाहाण५ पंच पडिमाओ। नो कुज्जा गिहपडिमा कुलधणनासो हवइ जम्हा // 242 // भत्ती१ मंगल चेइयं२ निस्सकडं३ चेइयं अनिस्सकडं४ / सासयचेइय५ पंच उवइटुं जिणवरिंदेहि // 243 // गिहजिण पडिमा भत्ती-चेइयं१ तह उत्तरंगघडियम्मि / जिणबिंबमिय मंगल-चेइयं२ समणया बिति. // 244 // निस्सकडं गच्छस्स य संजायं३ तदियरं अनिस्सकडं४ / सिद्धायणं च सासय-चेइयं५ पंचविहं एसं . // 245 // नामजिणा जिणनामा 1 ठवणजिणा पुण जिणिदपडिमाओ 2. / दव्वजिणा जिणजीवा 3 भावजिणा समवसरणत्था 4 // 246 / / तंबोल 1 पाण 2 भोयण 3 वाणह 4 मेहुन्न 5 'सुयण 6 निट्ठिवणं 7 / मुत्तुच्चारं 8-9 जूयं 10 वजे जिणनाहगब्भारे // 247 // संपइरायविणिम्मिय-पणवीससहस्सपवरपासाया। छत्तीससहस्सजुण्णा जिणविहारा कया जेण . // 248 // सेलमय सवाकोड़ी रीरीमय तावइ जिणवराणं। . इय अट्ठारस कोडी पडिमा पणमामि भत्तीए : // 249 // वासासु सगदिणोवरि पनरदिवसोवरिं च हेमंते / जाइ सचित्तं सो उ गिम्हे मासोवरि लवणं // 250 // लवणं कच्चरबीयं उक्कालियं तह य फालियं तलियं / अन्ने सव्वे अ फला वज्जिज्जा गाहिया सिद्धा // 251 // . . . 175