________________ आसाढी इंदमहो कत्तिय सुगिम्हए य बोद्धव्वे / एए महामहा खलु एएसि जाव पाडिवया // 1458 // उक्कोसेण दुवालस चंदो जहन्नेण पोरिसी अट्ठ। सूरो जहन्न बारस पोरिसी उक्कोस दो अट्ठ // 1459 // सग्गहनिवुड्ड एवं सूराई जेण दुतिऽहोरत्ता / आइन्नं दिणमुक्के सो च्चिय दिवसो य राई य // 1460 // वुग्गहदंडियमाई संखोभे दंडिए व कालगए / अणरायए य सभए जच्चिरनिद्दोच्चऽहोरत्तं // 1461 // तद्दिवसभोइआइ अंतो सत्तण्ह जाव सज्झाओ। अणाहस्स य हत्थसयं दिट्टि वि वित्तम्मि सुद्धं तु // 1462 // मयहरपगए बहुपक्खिए य सत्तधर अंतर मयम्मि।। निदुक्ख त्ति य गरिहा न पढंति सणियगं वा वि // 1463 // तिरिपंचिंदिय दव्वे खेत्ते सट्ठिहत्थ पोग्गलाइन्नं / तिकुरत्थ महंतेगा नगरे बाहिं तु गामस्स - // 1464 // काले तिपोरिसि अट्ठ व भावे सुत्तं तु नंदिमाईयं / सोणिय मंसं चम्मं अट्ठी वि य अहव चत्तारि // 1465 // अंतो बहिं व धोयं सट्ठी हत्थाउ पोरिसी तिन्नि। महकाइ अहोरत्तं रत्ते वूढे य सुद्धं तु // 1466 // अंडगमुज्झिय कप्पे न य भूमि खणंति इयरहा तिनि। असझाइयप्पमाणं मच्छियपाया जहिं बुड्डे . // 1467 // अजराउ तिन्नि पोरिसि जराउयाणं जरे पडे तिन्नि। रायपहबिंदुपडिए कंप्पे वूढे पुणो नत्थि // 1468 // माणुस्सयं चउद्धा अढेि मोत्तूण सयमहोरत्तं / / / परियावन्नविवन्ने सेसे तिय सत्त अटेव // 1469 // 123