________________ वरिसाणं लक्खेहिं चुलसीसंखेहि होइ पुव्वंगं / एयं चिय एयगुणं जायइ पुव्वं तयं तु इमं . // 1386 // पुव्वस्स उ परिमाणं सयरिं खलु वासकोडिलक्खाओ। छप्पन्नं च सहस्सा बोद्धव्वा वासकोडीणं // 1387 // दसजोयणा सहसा लवणसिहा चक्कवालओ रुंदा / सोलस सहस्स उच्चा सहस्समेगं तु ओगाढा // 1388 // उस्सेहंगुल-मायंगुलं च तइयं पमाणनामं च / इय तिन्नि अंगुलाई वावारिज्जंति समयम्मि // 1389 // सत्थेण सुतिक्खेण वि छेत्तुं भेत्तुं च जं किर न सक्का / तं परमाणुं सिद्धा वयंति आई पमाणाणं || 1390 // परमाणू तसरेणू रहरेणू अग्गयं च वालस्स / लिक्खा जूया य जवो अट्ठगुणविवड्डिया कमसो // 1391 // वीसं परमाणुलक्खा सत्ताणउई भवे सहस्साइं / सयमेगं बावन्नं एगम्मि उ अंगुले हुंति // 1392 // परमाणू इच्चाइक्कमेण उस्सेहअंगुलं भणियं / जं पुण आयंगुलमेरिसेण तं भासियं विहिणा // 1393 // जे जम्मि जुगे पुरिसा अट्ठसयंगुलसमूसिया हुँति / तेसिं जं नियमंगुलमायंगुलमेत्थ तं होइ // 1394 // जे पुण एयपमाणा ऊणा अहिगा व तेसिमयं तु। . आयंगुलं न भन्नइ किंतु तदाभासमेव त्ति // 1395 // उस्सेहंगुलमेगं हवइ पमाणंगुलं सहस्सगुणं / उस्सेहंगुलदुगुणं वीरस्सायंगुलं भणियं // 1396 // आयंगुलेण वत्थु उस्सेह-पमाणओ. मिणसु देहं / नगपढविविमाणाई मिणसु पमाणंगुलेणं तु // 1397 // .. 117