________________ पायतलमुवगयाणं जंघाबलकारिणीणऽणुवघाए / उवघाए सिरवियणं कुणंति अंधत्तणं च तहा // 1374 // अवराण गुदपविट्ठाण होइ.सटुं सयं तह सिराणं / जाण बलेण पवत्तइ वाऊ मुत्तं पुरीसं च // 1375 / / अरिसाउ पांडुरोगो वेगनिरोहो य ताण य विघाए / तिरियगमाण सिराणं सट्ठसंयं होइ अवराणं // 1376 // बाहुबलकारिणीओ उवघाए कुच्छउयरवियणाओ। कुव्वंति तहऽन्नाओ पणवीसं सिंभधरणीओ // 1377 // तह पित्तधारिणीओ पणवीसं दस य सुक्कधरणीओ। इय सत्तसिरसयाई नाभिप्पभवाइं पुरिसस्स // 1378 // तीसूणाई इत्थीण वीसहीणाई हुंति संढस्स। नव हारूण सयाई नव धमणीओ य देहम्मि / // 1379 // तह चेव सव्वदेहे नवनउई लक्ख रोमकूवाणं / अट्ठा कोडीओ समं पुणो केसमंसूहि ... // 1380 // मुत्तस्स सोणियस्स य पत्तेयं आढयं वसाए उ। अद्धाढयं भणंति य पत्थं मत्थुलुयवत्थुस्स // 1381 // असुइमल पत्थछक्कं कुलओ कुलओ य पित्तसिंभाणं / सुक्कस्स अद्धकुलओ दुटुं हीणाहियं होज्जा // 1382 // एक्कारस इत्थीए नव सोयाइं तु हुंति पुरिसस्स। इय किं सुइत्तणं अट्ठिमंसमलरुहिरसंघाए // 1383 // सम्मत्तम्मि य लद्धे पलियपुहुत्तेण सावओ होइ। . चरणोवसमखयाणं सायरसंखंतरा हुंति // 1384 // सत्तममहि नेरइया तेऊ वाऊ अणंत रूवट्टा। . न लहंति माणुसत्तं तहा असंखाउया सव्वे / // 1385 // 116