________________ ओयाहारा जीवा सव्वे अपज्जत्तया मुणेयव्वा / पज्जत्ता उण लोमे पक्खेवे हुँति भइयव्वा . // 1362 // रिउसमयण्हायनारी नरोवभोगेण गब्भसंभूई। बारस मुहुत्त मज्झे जायइ उवरिं पुणो नेय // 1363 // सुयलक्खपुहुत्तं होइ एगनरभुत्तनारिंगब्भम्मि / उक्कोसेणं नवसयनरभुत्तत्थीइ एगसुओ // 1364 // पणपन्नाए परेण जोणी पमिलायए महिलियाणं / पणहत्तरीए परओ होइ अबीयओ नरो पायं // 1365 // वाससयाउयमेयं परेण ज़ा होइ पुव्वकोडीओ। तस्सद्धे अमिलाया सव्वाउयवीस भाये य // 1366 / / बीयं सुक्कं तह सोणियं च ठाणं तु जणणि गब्भम्मि। ओयं तु उवटुंभस्स कारणं तस्स रूवं तु . // 1367 // अट्ठारसपिट्ठकरंडयस्स संधी उ हुंति देहम्मि। बारस पंसुलियकरंडया इहं तहच्छ पंसुलिए // 1368 // होइ कडाहे सत्तंगुलाई जीहा पलाइ पुण चउरो। . अच्छीउ दो पलाइं सिरं तु भणियं चउकवालं // 1369 // अद्भुट्टपलं हिययं बत्तीस दसण अट्ठिखिंडाइं। कालेज्जयं तु समए पणवीस पलाङ् निद्दिद्वं // 1370 // अंताई दोन्नि इहयं पत्तेयं पंच पंच वामाओ। ... सट्ठिसयं संधीणं मम्माण सयं तु सत्तहियं // 1371 // सट्ठिसयं तु सिराणं नाभिप्पभवाण सिरमुवगयाणं / रसहरणिनामधेज्जाण जाणऽणुग्गह विघाएसु // 1372 // सुइचक्खुघाणजीहाणणुग्गहो होइ तह विघाओ य / सट्ठसयं अन्नाण वि सिराणऽहोगामिणीण तहा // 1373 // 115.