________________ मिच्छे सासण मिस्से अविरय देसे पमत्त अपमत्ते / नियट्टि अनियट्टि सुहुमुवसम खीण सजोगि अजोगि गुणा // 1302 // गइ इंदिय य काये जोए वेए कसाय नाणे य। / संजम दंसण लेसा भव सम्मे सन्नि आहारे // 1303 // मइ सुय ओही मण केवलाणि मइ सुयअन्नाण विब्भंगा। अचक्खु चक्खु अवही केवलचउदंसणुवउगा // 1304 // सच्चं मोसं मीसं असच्चमोसं मणो तह वई य। उरल विउव्वा हारा मीस कम्मयग मिय जोगा. // 1305 // मिच्छे सासाणे वा अविरयभावम्मि अहिगए अहवा।.. जंति जिया परलोयं सेसेक्कारसगुणे मोत्तुं // 1306 // मिच्छत्तमभव्वाणं अणाइयमणंतयं च विन्नेयं / भव्वाणं तु आणाई सपज्जवसियं च सम्मत्ते || 1307 // छावलियं सासाणं समहियतेत्तीससायर चउत्थं / देसूणपुव्वकोडी पंचमगं तेस्सं च पुढो ... // 1308 // लहुपंचक्खर चरमिं तइयं छट्ठाइ बारसं जाव / इह अट्ठ गुणट्ठाणा अंतमुहुत्ता पमाणेणं // 1309 // अंतमुहत्तं नरएसु हुंति चत्तारि तिरियमणुएसुं। देवेसु अद्धमासो उक्कोस विउव्वणाकालो . // 1310 // वेयण कसाय मरणे वेउव्विय तेयए य आहारे / केवलियसमुग्घाए सत्त इमे हुंति मणुयाणं // 1311 // एगिंदीणं केवलिआहारगवज्जिया इमे पंच। . पंचावि अवेउव्वा विगलासन्नीण चत्तारि // 1312 // केवलियसमुग्घाओ पढमे समयम्मि विरयए दंडं। बीए पुणो कवाडं मंथाणं कुणइ तइयम्मि / // 1313 // 110