________________ लोयं भरइ चउत्थे पंचमए अंतराइं संहरइ / छढे पुण मंथाणं हरइ कवाडं पि सत्तमए. // 1314 // अट्ठमए दंडं पि.हु उरलंगो पढमचरमसमएसुं / सत्तमछट्ठबिइज्जेसु होइ ओरालमिस्सेसो // 1315 // कम्मेणसरीरजोई चउत्थए पंचमे तइज्जे य। जं होइ अणाहारो सो तम्मि तिगे वि समयाणं // 1316 // आहार सरीरिदिय पज्जत्ती आणपाण भास मणे / चत्तारि पंच छप्पिय एगिदियविगलसन्नीणं // 1317 // पढमा समयपमाणा सेसा अंतोमुहुत्तिया य कमा। समगं पि हुँति नवरं पंचम छट्ठा य अमरणं // 1318 // विग्गहगइमावन्ना केवलिणो समोहया अजोगी य। सिद्धा य अणाहारा सेसा आहारगा जीवा - // 1319 // इह परलोयाऽऽयाणा-मकम्ह आजीव मरण मसिलोए। सत्त भयट्ठाणाई इमाइ सिद्धंतभणियाइं // 1320 // हीलिय खिसिय फरुसा अलिआ तह गारहस्थिया भासा। छट्ठी पुण उवसंताहिगरणउल्लाससंजणणी // 1321 // दुविहा अट्ठविहा वा बत्तीसविहा य सत्तपणतीसा। सोलस य सहस्स भवे अट्ठ सयट्ठोत्तरा वइणो // 1322 // दुविहा विरयाविरया दुविहं तिविहाइण?हा हुंति / वयमेगेगं छव्विह गुणियं दुगमिलिय बत्तीसं // 1323 / / तिनि तिया तिन्नि दुया, तिन्निक्केक्का य हुंति जोएसु / ति दु.एक्कं ति दु एक्कं, ति दु एक्कं चेव करणाइं // 1324 // मणवयकाइयजोगे करणे कारावणे अणुमईए। . एक्कग-दुगतिगजोगे सत्ता सत्तेव गुणवन्ना // 1325 // 111