________________ // 1170 // // 1171 // // 1172 // // 1173 // // 1174 // // 1175 // हिट्ठिमे वाससयाई मज्झिम सहसाइं उवरिमे लक्खा। संखिज्जा विनेया जहसंखेणं तु तीसुं पि पलिया असंखभागो उक्कोसो होइ विरहकालो उ। विजयाइसु निद्दिट्ठो सव्वेसु जहन्नओ समओ उववायविरहकालो एसो जह वण्णिओ य देवेसु / उव्वट्टणा वि एवं सव्वेसि होइ विन्नेया एक्को व दो व तिन्निव संखमसंखा य एगसमएणं / उववज्जंतेवइया उव्वटुंता वि एमेव पुढवीआउवणस्सइ गब्भे पज्जत्तसंखजीवीसुं / सग्गच्चुयाण वासो सेसा पडिसेहिया ठाणा बायरपज्जत्तेसुं सुराण भूदगवणेसु उप्पत्ती / ईसाणंताणं चिय तत्थ वि न उवट्टगाणं पि आणयपभिईहितो जाऽणुत्तरवासिणो चविऊणं / . मणुएसुं चिय जायइ नियमा संखिज्जजीविसुं - परिणामविसुद्धीए देवाउयकम्मबंधजोंगाए / पचिंदिया उ गच्छे नरतिरिया सेसपडिसेहो आईसाणा कप्पा उववाओ होइ देवदेवीणं / तत्तो परं तु नियमा देवीणं नत्थि उववाओ एक्कसमओ जहन्नो उक्कोसेणं तु जाव छम्मासा। विरहो सिद्धिगईए उव्वट्टणवज्जिया नियमा सरिरेणोयाहारो तयाय फासेण रोमआहारो / पक्खेवाहारो पुण कावलिओ होइ नायव्वो ओयाहारा जीवा सव्वे अपजत्तगा मुणेयव्वा / पज्जत्तगा य लोमे पक्खे हुंति भइयव्वा - Ge // 1176 // // 1177 // // 1178 // // 1179 // // 1180 // // 1181 //