________________ उवगरणाणमभावे न हुंति समिईउ संजमो कत्तो ? / तयभावा उ नराणं तुब्भ मए नेव निव्वाणं // 118 // इत्थीमुत्तिअभावे जुत्तिं जंपेइ दुब्बला अबला। तन्नो जुत्तं जम्हा दुब्बलया केण धम्मेण ? - // 119 // संघयणं पुण पढमं सत्तं सम्मं च विरइपरिणामो। अण्णं पि धम्मकम्मं दीसइ तीसे वि दाणाई // 120 // तित्थयराणं जणणी इत्थीवग्गम्मि तेण जिणधम्मे। थीणं तिव्वो रागो तेणेव न सत्तमीगमणं। // 121 // अह दुब्बलया मणसा जेण न गच्छंति सत्तमि पुढवि . ता कह खवगस्सेणि पडिवज्जिअ मुत्तिमुवइंति ? // 122 // अहगमणे जस्स सत्ती उद्धं सत्ती वि तस्स चेव त्ति / नेवं नियमो बलदेववासुदेवेसु वभिआरो // 123 // सरिसव सउणि चउप्पय सप्पि त्थी जलयराण सन्नीणं / बीआइनिरयगमणं कमेण उड्ढं तु समगमणं . // 124 // एवं थीपुरिसाणं भेअम्मि अहोगइं च अहिंगिच्च / उद्धंगमणे भेओ नत्थि त्थित्तेण थीमुत्ती // 125 // अबला चीवरवरिआ चीवरवरिआण होइ ममकारो। ममयापरिग्गहो खलु तेणं नो थीण चारित्तं // 126 // चरणाभावा मोक्खो इत्थीणं नत्थि तत्थ को दोसो ? / नहि सामग्गिअभावा कज्जं उप्पज्जए किंचि // 127 // जइ इत्थीणं वत्थं सहजायं ता तउ व्व नो दोसो। ' अह बंभव्वयहेऊ तोऽणुगुणं सव्वविरईए. // 128 // ता जह देहं संजमभारुव्वहणत्थमन्नमाईहिं / पोसिज्जा तह नियमा पालेहि वि चीवराईहिं // 129 // 390