________________ इत्थं जिणवयणेहिं, विरुद्धमवि जाणिऊण दुच्चरियं // नो परिचयंति पावा, तेसि सरूवं इमं होइ // 36 // जा तेसि अम्हाणं, आयरियाणं गई वि परलोए // सा अम्हाण वि हुज्जा, अहिआ धम्मा ममाउ जओं // 37 // ते अप्पाणं रयणं, मुणंति कुप्पत्थरा वि हीणयरं // उस्सुत्तभासगाओ, जं अत्तं हीणमवि बिंति // 38 // अहवाऽवलंबिऊणं, सामायारिति बिति केइ जणा // आगमविरुद्धमवि जइ दोसा नत्थि त्ति अम्हाणं ... // 39 // गच्छायारो एसो, पण्णत्तो पुव्वसूरिणा जेण // जाणंतेण जणाणं, सुहमसुहं होइ तस्सेव // 40 // ते खलु जलंतगेहे, अप्पाहूतिं कुणंति अहवा वि // अच्छी निमीलिऊणं, खिवंति कंठे विसहरं ति // 41 // मन्निज्जइ सो निउणो, घोसिज्जइ जेण निउणमति इत्थं // पाइस्सइ विसमम्हे, मरणं तस्सेव नो अम्हं. // 42 // अम्हे गणआलंबण - भूआ अम्हाण एस गच्छो वि॥ मोहंधयारअन्धा, एवं मुणिऊण चिट्ठन्ति // 43 // ते पल्लिं पालंता, चोराणं रायलच्छिहरगाणं // अप्पाणं च कयत्थं, मुणंति मोहेण गयसन्ना .. सामायारी वि पुणो, पमाणमिह होइ तन्निसामेह // असढेण समाइण्णा, अण्णेसिं अणुमया होइ // 45 // तल्लक्खणं तु आयरिय - पारंपरएण आगया संती / / सिद्धन्तदोसलेसं, दंसेइ न अत्तदोसेण इहरा पसत्थनामा वि, पंडिआणं पमाणमिह न जओ // विसमिस्सपायसं व, तिविहं तिविहेण वज्जिज्जा 341 // 44 // // 47 //