________________ वयणदुवारे मुहणंतयं च वत्थंचलं अह दाउं / सुत्तत्थे उवउत्तो सज्झायं कुणइ सुणइ पढे // 120 // चउरिक्कासणएहि उववासो तह य निध्वियतएण / आयंबिलेहिं दोहिं बारसपुरिमड्ड उववासो // 121 // सज्झायसहस्सेहिं दोहिं एगो हविज्ज उववासो / कारणउ कस्सइ पुण अट्टहिं दोकासणेहिं च // 122 // संतम्मि बले संतम्मि वीरिए पुरिसकारि संतम्मि / जहभणियं सुद्धिकए करिज्ज आलोयणाइ तवं // 123 // अह नत्थि सरीरबलं तवसत्ती वि हु न तारिसा होइ / भावो विज्जइ सुद्धो ता अववाएण हुज्ज तवं // 124 // सुगुरूणं आणाए करिज्ज आलोयणातवं भव्वो। इय भणियसुत्तविहिणा सो लहु परमप्पयं लहइ // 125 // केणावि सावएणं मुद्धणं सिढिलसूरिपासम्मि। . आलोयणा य गहिया पमाणमिह किं न सा होइ . // 126 // जमगीयत्थो सिढिलो आउट्टिपमायदप्पकप्पेसु / न वि जाणइ पच्छित्तं दाउं अह तं परं देइ तत्थ त्थि गाहगस्स वि दोसो सो दायगस्स अहिययरो। तित्थगराणाभंगो आणा वेसा जओ भणियं // 128 // आलोयण चउभेया अरिहो अरिहम्मि पढमओ भंगो / अरिहम्मि अणरिहो पुण बीओ अरिहो वि जमणरिहे // 129 / / एसो तइओ जत्थेव अणरिहा दो वि सो चउत्थो उ। पढमो उस्सग्गेणं सुद्धो अववायओ बीओ। // 130 // तइओ पुण अच्चन्ताववायओ कम्मि होइ कस्स वि य। आणा वज्झोभंगो एस चउत्थो तओ दोसो // 131 // // 127 // . 277