________________ कुज्जा नाहिगनिदं परपरिवायं च पावट्ठाणाणं / / यो सागलो मदधम्मत्थे . परिहरणं अप्पमाओ कायव्वो सुद्धधम्मत्थे / // 4 // तिकालं चियवंदणमित्थ जहन्नेण मज्झिमेण पुणो / वारा उ पंच सत्त च उक्कोसेणं फुडं कुज्जा // 85 // पडिक्कमणे चेइयहरे भोयणसमयम्मि तह य संवरणे / पडिक्कमणसुयणपडिबोहकालियं सत्तहा जइणो : // 86 // पडिकमिओ गिहिणो वि हु सत्तविहं पंचहा उ इयरस्स / होइ जहन्नेण पुणो तीसु वि संझासु इय तिविहं // 87 // सुसाहूजिणाणं पूयणं च साहम्मियाणं चिंतं च / अपुव्व पढणसवणं तदत्थपरिभावणं कुज्जा // 88 // रुघट्ट झाणदुर्ग, वज्जित्ता तह करिज्ज सज्झायं / . आयारे पंचविहे सया वि, अब्भुज्जम कुज्जा .. // 89 // उस्सुत्तभासगा जे ते दुक्कर कारगा वि सच्छंदा / ताणं न दंसणं पि हु कप्पइ कप्पे जओ भणियं // 90 // जे जिणवयणुत्तिन्नं वयणं भासंति जे य मन्नति / सद्दिट्ठीणं तदंसणं पि संसारखुड्किरं / // 91 // 'नाणम्मि दंसणम्मि य चरणम्मि तवम्मि तह य वीरियम्मि / आयरणं आयारो इय एसो पंचहा भणिओ' // 92 // नाणं दंसणमहचरणमित्थ पत्तेयमट्ठभेइल्लं / बारस तवम्मि छत्तीस वीरिए हुंति इमे मिलिया // 93 // आलोयणातवो पुण इत्थं एगासणं तिहाहारं / पुरिमड्डतवो इह जो सो सव्वाहारचागाओ // 94 // तं होइ निव्विगइयं जं किर उक्कोसदव्वंचाएण। . कीरइ जं उक्कोसं तं दव्वं पुण निसामेह // 95 // 204