________________ दव्वट्ठिअवत्तव्वं सामन्नं पज्जवस्स य विसेसो / एए समोवणीआ विभज्जवायं विसेसेंति // 154 // हेउविसओवणीअं जह वयणिज्जं परो निअत्तेई / जइ तं तहा पुरिल्लो दायंतो केण जिप्पंतो // 155 // एगांतासब्भूअं सब्भूअं अणिच्छिअं च वयमाणो / लोइअपरिच्छयाणं वयणिज्जपहे पडइ वाई . // 156 // दव्वं खेत्तं कालं भावं पज्जायदेससंजोगे। भेअंच पडुच्च समा भावाणं पण्णवणंपज्जा // 157 // पाडेक्कनय पहगयं सुत्तं सुत्तधरसद्दसंतुट्ठा / अविकोविअसामत्था जहागमविभागपडिवत्ती // 158 // सम्मइंसणमिणमो सयल समत्तवयणिज्जनिद्दोसं / अत्तुक्कोसविणट्ठा सलाहमाणा विणासंति // 159 // न हु सासणभत्तीमेत्तएण सिद्धंतजाणओ होइ। न वि जाणओ अ निअमा पन्नवणानिच्छिओ नामं // 160 // सुत्तं अत्थनिमेणं न सुत्तमित्तेण अत्थपडिवत्ती। अत्थगई वि अ नयवायगहणलीणा दुरहिगम्मा . // 161 // तम्हा अहिगयसुत्तेण अत्थसंपायणम्मि जइअव्वं / आयरिअधीरहत्था हंदि पहाणं विलंबंति // 162 // जह जह बहुस्सुओ सम्मओ अ सीसगणसंपरिखुडो अ। अविणिच्छओ अ समए तह तह सिद्धंतपडिणीओ // 163 // चरणकरणप्पहाणा ससमयपरसमयमुक्कवावारा / चरणकरणस्स सारं निच्छयसुद्धं न याणंति // 164 // नाणं किरिआरहिअं किरिआमित्तं च दो वि एगंता। असमत्था दाएउं जम्ममरणदुक्खमाभाइ // 165 // 14