________________ चंदप्पभो य भरहे, एरवए दीहसेणजिणचंदो।। सुविही य भरहवासे एरवयम्मि य सयाउजिणो // 347 // चउसु वि एरवएसुं एवं चउसु वि य भरहवासेसु / . एते वीसं धवला जिणचंदा होति नायव्वा .. // 348 // उसभो य भरहवासे, [?य] बालचंदाणणो य एवए। अजिओ य भरहवासे, एरवयम्मि य सुचंदजिणो . . // 349 // भरहे य संभवजिणो, एरवए अग्गिसेणजिणचंदो / अभिणंदणो य भरहे, एरवए नंदिसेणजिणो // 350 // सुमई य भरहवासे, इसिदिण्णजिणो य एरवयवासे। . भरहे य सुपासजिणो, एरवए सामचंदजिणो // 351 // भरहे य सीयलजिणो, एरवए सव्वई जिणवरिंदो। . भरहे सेज्जंसजिणो, एवए जुत्तिसेणो वि। . // 352 // विमलो य भरहवासे, एरवए सीहसेणजिणचंदो। भरहे अणंतइजिणो, असंजलजिणो य एवए // 353 // धम्मो य भरहवासे, उवसंतजिणो य एरवयवासे। संती य भरहवासे, उवसंतजिणो (? य देवसेणो) य एरवए // 354 // कुंथू य भरहवासे एरवयम्मि य महाहिलोगबलों। अरजिणवरो य भरहे, अइपासजिणो य एरवए // 355 // नमिजिणवरो य भरहे, एवए सामको?जिणचंदो। भरहम्मि य वीरजिणो, एरवए वारिसेणो त्ति // 356 // केवलनाणुज्जोइयजियलोय-पयत्थ-वत्थुसब्भावा / . एते बत्तीस जिणा सुवण्णवण्णा मुणेयव्वा // 357 // चउसु वि एरवएसुं एवं चउसु वि य भरहवासेसु / अट्ठावीसं तु सयं पसण्णि(सुवण्ण)वण्णं मुणेयव्वं // 358 // 8