________________ तस्स उ नियएण अहं दोसेण पलीवियं असरणस्स / फुट्टीहि सिरं सिग्धं सुरस्स सारेण(?) नीसेसं // 264 // अहवा सग्गाओ च्चिय पडणं नीसंसयं वियाणेज्जा / "इंदस्स चिय न केवलमेतं तु सुरस्स इयरस्स" // 265 // एवं ईसाणेण वि उत्तरलोगाधिवेण भणिए य / "इंदस्स चिय न केवलमेयं तु सुरस्स इयरस्स" // 266 // एवं ति परिग्गहिए तम्मि हिए भासिए सुरिंदेहि / मुक्कं रयणुम्मीसं दसद्धवण्णं कुसुमवासं // 267 // चुण्णं नाणावण्णं वत्थाणि य बहुविहप्पगाराई। मुक्काई सहरिसेहिं सुरेहिं रयणाणि य बहूणि // 268 // अह देइ वज्जपाणी पराए भत्तीए जिणवरिंदाणं / खोमे कुंडलजुयले सिरिदामे चेव य सुरूवे . // 269 // वत्थालंकारविहिं सव्वं जणणीण जिणवरिंदाणं / सक्कस्स देवरण्णो अह देंति वरऽग्गमहिसीओ . // 270 // किच्चेसु बहुविहेसु य जिणाण कायव्वएसु बहुएसु / संदिसिऊण सुरिंदा दिसाकुमारीण सव्वेसिं // 271 // नमिऊण जिणवरिंदे अस्थिप(तिप्प)माणा सुरेहि ते सहिया। नंदीसरवरमहिमं काउं इंदा गया सग्गं . // 272 // अह पंडरे पहायम्मि दस वि ते कुलगरा निए पुत्ते। पेच्छंति सह पियाहिं हरिसवसुल्लसियमुहकमला // 273 // अह वटुंति जिणिंदा दियलोगचुया अणोवमसिरि(री)या। देवी-देवपरिखुडा दो-दोनारीहिं ते सहिया // 274 // असियसिरया सुनयणा बिंबोट्ठा धवलदंतपंतीया। वरपउमगब्भगोरा फुल्लुप्पलगंधनीसासा // 275 //