________________ अह नवमम्मि अईए मासे संपट्ठिए उ दसमम्मि / चित्तबहुलऽट्ठमीए वोलीणे पढमरत्तम्मि // 132 // उत्तरसाढाविसए अह संपत्ते निसांगरे कमसो / पसवंति सुहेण सुए लक्खणजुत्ते महासत्ते ... // 133 // नाणारयणविचित्ता वसुधारा निवडिया पगासंती। गंभीरमहुरसद्दो तो दुंदुहिताडिओ गयणे * // 134 // देवोवयणपहाए रयणी आसी य सा दिवसभूया। पडहगण-गीय-वाइय-कहक्कहुक्कुट्ठिसद्दाला // 135 // उड्ढ-मह-तिरियलोए वत्थव्वाओ दिसाकुमारीओ। ओहिण्णाणेण जिणे जाए नाऊण तम्मि वणे // 136 // जिणभत्तिहरिसियाओ 'जीयं 'ति य जोयणप्पमाणेहिं / सव्वायरपरिगप्पियजाणविमाणेहिं दिव्वेहि // 137 // अह एंति तहिं तुरियं हरिसवसुक्करिसपुलइयंगीओ। अभिवंदिऊण पयया थुणंति महुरस्सरा इणमो // 138 // "तुम्ह नमो नवपंकयसरिसविबुझंतकोमलऽच्छीणं / जेहिं इमे सुयरयणे वूढे कुच्छीहिं जिणचंदे // 139 // तुब्भेऽत्थ सामिणीहिं वियडं तिभुवणमलंकियं पयडं। पढमिल्ला जगगुरुणो जणिया तित्थंकरा जाहि" // 140 // जिणजणणीओ थोउं भणंति ताओ सुचारुवयणाओ। "अम्हे उवागयाओ भत्तीए दिसाकुमारीओ // 141 // जिणचंदाण भगवओ वोच्छिण्णपुणब्भवाण विणएण / काहामो जम्ममहं, तुब्भेहिं न भाइयव्वं" ति // 142 // सोमणस-गंधमायण-विज्जुप्पभ-मालवंतवासीओ / अट्ठ दिसदेवयाओ वत्थव्वाओ अहे लोए . // 143 // / se