________________ भोगंकर 1 भोगवती 2 सुभोग 3 तह भोगमालिणि 4 सुवच्छा५। तत्तो चेव सुमित्ता 6 अणिदिया 7 पुष्फमाला 8 य // 144 // एयाओ पवणेणं सुभेण ते जम्मभूमिवणसंडे। आजोयणं समंता सोहेंति पहट्ठमणसीओ // 145 // अमणुण्णदूरभिगंधितण-सक्कर-पत्तविरहियं काउं। महुरं गायंतीओ पासे चिटुंति जणणीणं // 146 // मेहंकर 1 मेहवई 2 सुमेह 3 तह मेहमालिणि 4 विचित्ता 5 / तत्तो य तोयधारा 6 बलाहका 7 वारिसेणा 8 य // 147 // नंदणवणकूडेसुं एयाओ उड्डलोगवत्थव्वा / तुरियं विउव्विऊणं सगज्जियसविज्जुले मेहे // 148 // तो चिक्खल्लविरहियं सुसुरहिजलबिंदुविद्दवियरेणुं / घाण-मणनेव्वुइकरं करेंति वसुधातले(?लं) तत्थ // 149 // पुणरवि जलयं थलयं सव्वोउयसंभवं सुरभिगंघिं / वासंति कुसुमवासं सुगंधगंधेहिं वामीसं . // 150 // तो तं दसद्धवण्णं पिंडग[?]यं छमायले विमले। सोहइ नवसरयम्मि व सुनिम्मलं जोइसं गयणे // 151 // तह कालागरु -कुंदुरुयधूवमघ[मघ]मतदिसि[?य] कं(? कं)। काउं सुरकण्णाओ चिटुंति पगायमाणीओ // 152 // नंदुत्तरा 1 य नंदा 2 आणंदा 3 नंदिवद्धणां 4 चेव। विजया 5 य वेजयंती 6 जयंति 7 अवराइअट्ठमिया 8 // 153 // एयाओ रुयगनगे पुव्वे कूडे वसंति अमरीओ। आदंसमहत्थाओ जणणीणं ठंति पुव्वेणं // 154 // रुयगे दाहिणकूडे अट्ठ समाहार 1 सुप्पइण्णा 2 य। तत्तो य सुप्पबुद्धा 3 जसोधरा 4 चेव लच्छिमई 4 // 155 //