________________ जइ मे होज्ज पमाओ इमस्स देहस्सिमाए रयणीए / आहारं उवहिं देहं पुलिं दुच्चिन्नाणि य. // 33 // पुव्विं दुच्चिन्नाणिइ य। .. अपच्छिमम्मि ऊसासे सव्वं तिविहेण वोसिरामि // 34 // * // 3 // ॥चउसरणपइन्नयं // चउसरणगमण 1 दुक्कडगरिहा 2 सुकडाणुमोयणा 3 चेव / एस गणो अणवरयं कायव्वो कुसलहेउ त्ति // 1 // परिहीण राग-दोसा सव्वण्णू तियसनाहकयपूया / तिहुयणमंगलनिलया अरहंता मज्झ ते सरणं // 2 // निट्ठवियअट्ठकम्मा कयकिच्चा सासयं सुहं पत्ता / तियलोयमत्थयत्था सिद्धा सरणं महं इण्डिं पंचमहव्वयजुत्ता समतिण-मणि-लिट्ठ-कंचणा विरया / सुग्गिहियनामधेया साहू सरणं महं निच्चं. // 4 // कम्मविसपरममतो, निलओ कल्लाण-अइसयाईणं / संसारजलहिपोओ सरणं होउ जिणधम्मो इय चउसरणगओ हं सम्मं निंदामि दुक्कडं इण्डिं / सुकडं अणुमोएमो सव्वं चिय ताण पच्चक्खं // 6 // संसारम्मि अणंते अणाइमिच्छत्तमोहमूढेणं / जं जं कयं कुतित्थं तं तं तिविहेण वोसिरियं // 7 // जं मग्गो अवलविओ, ज चं कुमग्गो च देसिओ लोए / जं कम्मबंधहेऊ संजायं तं पि निंदामि // 8 // जं जीवघायजणयं अहिगरणं कह वि किं पि मे रइयं / / तं तिविहं तिविहेणं वोसिरियं अज्ज मे सव्वं 44 // 9 //