________________ विणयं 1 आयरियगुणे 2 सीसगुणे 3 विणयनिग्गहगुणे 4 य / नाणगुणे 5 चरणगुणे 6 मरणगुण 7 विहिं च सोऊणं // 174 // तह घत्तह काउं जे जह मुच्चह गब्भवासवसहीणं / मरण-पुणब्भव-जम्मण-दोग्गइविणिवायगमणाणं . . // 175 // // आरपच्चक्खाणं / [1] अरहंता मंगलं मज्झ, अरहंता मज्झ देवया / अरहते कित्तइत्ताणं वोसिरामि त्ति पावगं // 1 // सिद्धा य मंगलं मज्झ, सिद्धा य मज्झ देवया / सिद्धे य कित्तइत्ताणं वोसिरामि त्ति पावगं . // 2 // आयरिया मंगलं मज्झ, आयरिया मज्झ देवया / / आयरिए कित्तइत्ताणं वोसिरामि त्ति पावगं उज्झाया मंगलं मज्झ, उज्झाया मज्झ देवया / उज्झाए कित्तइत्ताणं वोसिरामि त्ति पावगं . // 4 // साहवो मंगलं मज्झ, साहवो मज्झ देवया / साहवो कित्तइत्ताणं वोसिरामि त्ति पावगं // 5 // अरहंत-सिद्ध-पवयण-आयरिए गणहरे महिड्ढीए / जं आसाइया तिविहेणं खामेमो सव्वभावेणं // 6 // साहुण साहुणीण य सावय-सावीण चउविहो संघो / जं मण-वय-काएहि आसाइय तं पि खामेमि खामेमि सव्वे जीवे, सव्वे जीवा खमंतु मे। . मित्ती मे सव्वभूएसु, वे मज्झं न केणइ // 8 // नमो समणस्स भगवओ महइ-महावीर-वद्धमाणसामिस्स / उत्तिमढे गयमणो पच्चक्खामि त्ति पावगं . 34