________________ एवं सदेवमणुयासुराए परिसाए परिवुडो भयवं / अभिथुव्वंतो गिराहिं मझंमज्झेण सतवारं // 1084 / / अणवरयदाणसीलो नलिणकुमारेण परिवुडो वीरो। उज्जाणं संपत्तो नामेणं पउमिणीसंडं // 1085 // ईसाणाए दिसाए ओइण्णो उत्तमाओ सीयाओ। . सयमेव कुणइ लोयं, सक्को से पडिच्छई केसे . // 1086 // जिणवरमणुण्णवित्ता अंजण-घण-रूयगब्भसंकासा। केसा खणेण नीता खीरसलीलामयं उदहिं // 1087 // दिव्वो मणुस्सघोसो तुरियनिनाओ य सक्कवयणेणं। खिप्पामेव निलुक्को ताहे पडिवज्जइ चरित्तं // 1088 // काऊण नमोक्कारं सिद्धाणमभिग्गहं तु सो गिण्हे। . 'सव्वं मे अकरणिज्जं पावं' ति चरित्तमारूढो // 1089 // तिहिं नाणेहिं समग्गा तित्थयरा जाव होंति गिहवासे। पडिवण्णम्मि चरित्ते चउनाणी जाव छउमत्था // 1090 // नवसु वि वासेसेवं सिद्धत्थादी जिणिंदचंदा उ। हत्थुत्तराहि सव्वे मिगसिरबहुलस्स दसमीए // 1091 // बारस चेव य वासा मासा छ च्चेव अद्धमासो य।। पउमादीण दसण्ह वि एसो छउमत्थपरियाओ . // 1092 // एवं तवोगुणरतो अणुपुव्वेणं मुणी विहरमाणो / वज्जरिसभसंघयणो सत्तेव य होति रयणीओ // 1093 // वइसाहसुद्धदसमीए केवलं सामसालहेटुम्मि। छट्टेणुक्कुडुयमओ उप्पण्णं जंभियागामे // 1094 // सेसाणं पि नवण्हं एवं वइसाहसुद्धदसमीए। . हत्थुत्तराहिं नाणं होही जुगवं जिणिदाणं . // 1095 // 148