________________ संपत्ता य जणवदा पणट्ठसोभस्सवा(? या)णिरभिरामा। हियदार-सावएज्जा चोरांउलदुग्गमा देसा // 906 // चोरे हणंति देसे, रायाकरपीडियाइं ख़ाई। अइरोद्दऽज्झवसाणा भिच्चा य हणंति रायाणो // 907 // धण-धण्णे अवि(धि)तण्हो भिक्खा-बलि-दाणधम्मपरिहीणो / पावो मोहमतीओ गुरुजणविपरम्मुहो लोगो // 908 // सीसा वि न पूइंती आयरिए दूसमाणुभावेणं / आयरिया [उ] सुमणसा न देंति उवदेसरयणाई // 909 / / समणाणं गोयरतो नासीहिति दूसमप्पभावेणं / सावगधम्मो वि तहा अज्जाणं पण्णवीसा वि(?) // 910 // देवा न देंति दरिसणं धम्मे य मती जणस्स पम्हट्ठा / सत्ताकुला य पुढवी बहुसंकिण्णा य पासंडा / // 911 // सयणे निच्चविरुद्धो निसोहियसाहिवासमित्तेहिं(?)। चंडो दुराणुयत्तो लज्जारहितो जणो जातो . // 912 // पुत्ता अम्मा-पितरो अवमण्णंति कडुयाई भासंति / सुण्हा य जंतसमिया, सासू वि य कण्हसप्पसमा // 913 / / सहपंसुकीलिय[?]सा अणवरयं गरुयनेहपडिबद्धा। मित्ता दरहसिएहि लुब्भंति वयंसभज्जासु // 914 // हसितेहि जंपिएहि य अच्छिविकारेहिं नट्ठलज्जातो। सविलासनियत्थेहि य पहुवा(?वहुया) सिक्खंति वेसाणं // 915 // सावग-साविगहाणी भावण-तव-सील-दाणपरिहीणं(?हाणी) / समणाणं समणीणं असंखडाईणि थोवे वि // 916 // विज्जाण य परिहाणी पुप्फ-फलाणं च ओसहीणं च / आउय-सुह-रिद्धीणं सद्धाणुच्चत्तधम्माणं // 917 // . 133