________________ विमलं च वासुपुज्जा कंपिल्लपुरे विलीणसंसारं। तीसाए समुप्पण्णं सागरसिरिनामधेज्जाणं // 510 // नवहि वियाणसु नवचंपगप्पभं सागरोवम(?सागरा) समुप्पण्णं / तमणंतमउज्झाए विमलाओ गति गयं विमलं // 511 // चत्तारि अणंतजिणाओ अंतरं जस्स उदहिनामाणं / रयणपुरे उप्पण्णं अप्पडिधम्मं जिणं धम्मं . : // 512 // तिहिं सागरोवमेहिं ऊणेहिं गयपुरम्मि संतिजिणं। . धम्माओ उप्पण्णं तिहिं च चउभागपलिएहिं ___513 // पलिओवमस्स अद्धे संतिजिणाओ य अंतरं होइ / ' गयपुर उप्पण्णस्स [उ] कुरुकुलतिलयस्स कुंथुस्स . लानिलयम्स कंथस्स . // 514 // पलियचउब्भागेण य कोडिसहस्सूणएण वासाणं / अरजिणवरं गयपुरे कुंथुजिणाओ'समुप्पण्णं // 515 // मल्लिजिणं महिलाए अराओ एक्कूणवीसमरिहंतं / जाणाहि समुप्पण्णं कोडिसहस्सेण वासाणं . // 516 // मल्लिजिणा उप्पण्णं चउपण्णावाससयसहस्सेहि। मुणिसुव्वयं मुणिवरं हरिवंसकुलम्मि रायगिहे // 517 // महिलाए नमिजिणिदं नवनवणीयसुकुमालसव्वंगं / छव्वाससयसहस्सेहिं सुव्वयाओ समुप्पण्णं // 518 // वाससयसहस्साणं पंचण्हं पुव्ववीरकुलकेउं। सोरियअरिटुनेमि दसारकुलनंदणं जाणे // 519 // तेसीयसहस्सेहिं सएहिं अद्धट्ठमेहिं वरिसेहिं / नेमीओ समुप्पण्णं वाराणसिसंभवं पासं // 520 // वाससएहिं वियाणह अड्डाइज्जेहिं नाइकुलकेउं। . पासाओ समुप्पण्णं कुंडपुरम्मी महावीरं // 521 // 100