________________ // 498 // // 499 // // 500 // / / 501 // // 502 // . उमण / // 503 // उसभाओ उप्पण्णं पण्णासाकोडिसयसहस्सेहिं / तं सागरोवमाणं अजियजिणिदं विणीयाओ तीसाए सागरोवमकोडिसयसहस्सअंतरुप्पण्णं / अजियाओ संभवजिणं सावत्थीए वियाणाहि दसकोडि [सय] सहस्साइं अंतरं जस्स उदहिनामाणं / तं संभवाओ अभिणंदणं विणीयाए उप्पण्णं / नवकोडिसयसहस्साई अंतरं जस्स उदहिनामाणं / अभिणंदणाओ सुमई उप्पन्नमओ विणीयाए नउती य सागरोवमकोडिसहस्सेहि जो समुप्पण्णो / सुमईओ पउमाभो सो कोसंबीए नायव्वो पउमाभाओ सुपासं वाणारसिउत्तमं समुप्पण्णं / तं सागरोवमाणं कोडिसहस्सेहिं नवहिं जिणं कोडिसएहिं नवेहिं उप्पण्णं चंदपुरवरे रम्मे / चंदप्पभं समुद्दोवमाण सिद्धं सुपासांओ चंदप्पभाओ सुविहिं कुमुद-कमल-मल्लियाधवलदंतं / कायंदीउप्पण्णं वियाण नउतीए कोडीहिं कोडीहिं नवहिं भद्दिलपुरम्मि सीयलजिणं समुप्पण्णं / रयणागरोवमाणं वियाण तं पुष्पदंताओ जाणाहि सीयलाओ सेज्जंसं ऊणियाए कोडीए। तं सागरोवमाणं सएहि वासेहि य इमेहि छावट्ठिसयसहस्सा छव्वीसं खलु भवे सहस्साई / एएहिं ऊणिया खलु मग्गिल्ला कोडि सीहपुरे सेज्जंस वासुपुज्जं चंपाए सगलचंदसोममुहं / चउप्प(प)ण्णा उप्पण्णं सागरसिरिनामधेज्जाणं // 504 // // 505 // // 506 // // 507 // // 508 // . // 509 //