________________ मा मे तण्हा होहिइ मरुत्थलीसुं पि पाणियं वूढं / तेण च्चिय देह ! तुमं खलगहिओ किं ण सुकएण? // 191 // तहलालियस्स तहपालियस्स तहगंध-मल्लसुरहिस्स / खलदेह ! तुज्झ जुत्तं पयं पि णो देसि गंतव्वे // 192 // अव्वो ! जणस्स मोहो धम्मं मोत्तूण गमणसुसहायं / देहस्स कुणइ पेच्छसु तद्दियहं सव्वकज्जाइं . // 193 // णत्थि पुहईए अण्णो अविसेसो जारिसो इमो जीवो। देहस्स कुणइ सव्वं, धम्मस्स ण गेण्हए नामं // 194 // धम्मेण होइ सुगई देहो वि विलोट्टए मरणकाले। ... तह वि कयग्घो जीवो देहस्स सुहाई चिंतेइ // 195 // छारस्स होइ पुंजो, अहवा किमियाण सिलिसिलेंताण / सुक्खइ रविकिरणेहिं वि, होहिइ पूर्यस्स व पवाहो // 196 // भत्तं व सउणयाणं, भक्खं वा साण-कोल्हुयाईणं / होहिइ पत्थरसरिसं अव्वो ! सुक्कं व कटुं वा .. // 197 // ता एरिसेण संपइ अहमसरीरेण जइ तवो होइ / लद्धं जं लहियव्वं मा मुच्छं कुणसु देहम्मि // 198 // देहेण कुणह धम्मं अंतम्मि विलोट्टए पुणो देहं / फग्गुणमासं खेलह परसंतेणेव पिढेणं // 199 // ताविज्जउ कुणह तवं भिण्णं जीवाओ पुग्गलं देहं / कट्ठजलंतिंगाले परहत्थेणेव तं जीव ! // 200 // देहेण कुणह धम्मं अंतम्मि विलोट्टए पुणो एयं / . उट्टस्स पामियंगस्स वाहियं जं तयं लद्धं // 201 // पोग्गलमइयं कम्म हम्मउ देहेण पोग्गलमप॑णे / / रे जीव ! कुणसु एयं विल्लं विल्लेण फोडेसु . // 202 // 200