________________ जलयर-थलयर-खहयर-उर-भुयसप्पाण तिरिपणिदीणं / सम्मुच्छिम-गब्भाण य अहुणा काहामि खामणयं / // 150 // जलचरजीवे खामेमि जे हए मच्छ-कच्छभे गाहे / सुसुमार चक्क दद्दुर जलचर जलमाणसि य णेगे // 151 // हरिण-हरि-वग्घ-चित्तय-संवर-गोरहर-सूयर-सियाले / सरभ-विग-रिंछ-रुज्झय-ससा य आरनए णेगे // 152 // गय-करह-तुरग-वसभा रासभ-गो-गावि-महिस-मेसे य / . अय-एड-साणपमुहे विराहिए थलयरे खामे भारंड-मोर-कोइल-बलाह-बग-हंस-गिद्ध-पारेवा / . सारस-कोसिय-वायस-होलाहिय-कुंच-ढिंका य // 154 // जीवंजीव-कविजल-चकोर-बग-चक्कवाय-वासा य / सबली लट्टा भयरव दुग्गा वहिया य सालहिया // 155 // कुक्कड-कुक्कडिइंडग-लावग-तित्तिरि-कवोय-सिंचाणे / / एमाइ खयरजीवे ख़ामेमि तिहा वि. उद्दविए ... // 156 // तह मणुयलोयबाहिं समुग्गपक्खी य विययपक्खी य / हिंडतेण भवम्मी विराहिया ते वि खामेमि // 157 // किण्हाहि-गोरसप्पा कंकाहिय पउमनागिणी पियणी / गोणस-अइगरपमुहे उरसप्पे दूमिए खामे // 158 // नउला य कोलसंडा गोहाओ बंभणीओ खाडहिला / घरकोयल-सरडाई भुयपरिसप्पे हए खामे // 159 // इय अभिहयमाईहिं विराहियाणं तिरिक्खजीवाणं। . विहियं मिच्छादुक्कडमह खामेमी नरे सव्वे // 160 // सम्मुच्छिमा य गब्भय मणुया दुविहा समासओं तत्थ / अंतोमणुस्सखित्ते संखाऽसंखाउमणुयाणं - // 161 // 104