________________ चत्तालसयसहस्सा, कोडीणं होंति रूवमब्भहिया / अच्छरगण परियट्टा, बोधव्वा वज्जपाणिस्स // 283 // चत्तालसयसहस्सा, कह होता ? सुणसु भण्णए एवं / पलिओवमा दोण्णी, तिपंचसुण्णज्जुए काउं. // 284 // उक्कोसगद्वितीणं, जहण्णगादिभइयाण जे लद्धा / तट्ठीयाणं णियमा, ते परियट्टा मुणेयव्वा // 285 // दो सागरोवमाई, पल्ले काऊण दसगुणे कुज्जा / पण्णासा पण्णेहि, भागे लद्धं च तत्थ इमं / . // 286 // समसुण्णं पाडेउं, लद्धा चत्तालकोडीलक्खाओ। रूवब्भहिय त्ति पुणो, जओ य ता परमरूवाओ // 287 // उक्कोसगट्ठितीणं, एवइया चेव होंति परियट्टा / जाओ जहण्णठीया, कोडाकोडीओं ता वीसं // 288 // पत्तेयविमाणाणं, देवीणं छ ब्भवे सयसहस्सा / सोहम्मे कप्पम्मि, ईसाणे होंति चत्तारि . // 289 // सोहम्मे ईसाणे, जे सेसा मीसगा उ ते सव्वे / तेण परं जे सेसा, सणंकुमारादि णिम्मीसा . // 290 // सोहम्मे ईसाणे, कप्पविमाणाण होति विक्खंभो।। बारस य सयसहस्सा, पण्णासं चेव य सहस्सा // 291 // सोहम्मवडिसे या, ईसाणवडिंसगम्मि जे भणिया / सक्कावासा पंच य, ईसाणे चेव आवासा // 292 // तेसेयं तु पमाणं, मज्झिल्लवडिंसयाण णऽण्णेसिं। . सेसा संखमसंखा, जोयणकोडीओं माणेणं . // 293 // ऊयालं चिय लक्खा, सहस्स बावण्ण अड सय सियाला / छ च्वेगहिया धणुसय, पण्णट्ठद्धंगुलं परिही // 294 // 300