________________ एवंनामा चत्तारि विमाणा जाव बंभलोगो उ। जे दाहिणेण इंदा, तेसिं खलु लोगपालाणं // 271 // सोमे य सव्वओभदे, सुजाए सोमणे इय / पुव्वाइआणुपुव्वी, चउद्दिसिं होति चत्तार // 272 // एवंनामा उ भवे, कप्पविमाणा हवंति सव्वे वि / जे उत्तरेण इंदा, तेसिं खलु लोगपालाणं // 273 // परिसा य आयरक्खा, अणीय तह जा य अग्गमहिसीओ। सोहम्मे ईसाणे, कप्पविमाणेसु बोधव्वा // 274 // परिसाईया सव्वे, सोहम्मे जे य होंति ईसाणे / पत्तेयविमाणेसुं, वसंति न उ सक्कतणएसु // 275 // कप्पविमाणेसु भवे, परिसाओ आयरक्खऽणीया य / एगविमाणे सामाणिया य तह लोगपाला य // 276 // परिसाईया सव्वे, एगविमाणे हवंति नियमाओ। . कप्पे सणंकुमारे, माहिंदे बंभलोगे य // 277 // परिसाईया सव्वे, उवरिं तु हवंति कारणं किं तं? / भण्णइ जं उवरिमया, कप्पेसु न पेम्मराइल्ला // 278 // तेण परं जे देवा, परिसाईया वसंति ते सव्वे / इंदविमाणेसुं चिय, ईसाईदोसरहियत्ता // 279 // सक्कस्स देवरण्णो, देवीओ अट्ट होंति नायव्वा / एक्केका वि य एत्तो, विउव्वए सोलस सहस्से // 280 // एगं च सयसहस्सं, अट्ठावीसं भवे सहस्साई / सक्कस्स देवरण्णो, देवीणं होति ओरोहो // 281 // सक्कस्स देवरण्णो, आउठिई जाव खिज्जए ताव / अच्छरगणपरियट्टा, हवंति जावंतिया सुणसु / / 282 // 299