________________ झयछत्तमयरमंगल - पंचालीदामवेइवरकलसे / पइदारं मणितोरण - तिअ धूवधडी कुणंति वणा // 12 // जोयणसहस्सदंडा, चउज्झया धम्ममाणगयसीहा / ककुभाइजुया सव्वं, माणमिणं निअनिअकरेणं . // 13 // पविसिअ पुव्वाइ पहू, पयाहिणं पुव्वआसण निविट्ठो। ... पयपीढठवियमपाओ, पणमिअतित्थो कहइ धम्मं // 14 // मुणि वेमाणिणि समणी, सभवणजोइवणदेविदेवति। कप्पसुरनरिस्थितियं, ठंतिग्गेयाइविदिसासु // 15 // चउदेवि समणी उद्ध - द्विआ निविट्ठा नरिस्थिसुरसमणा। इय पण सग परिस सुणंति देसणं पढमवप्पंतो // 16 // इय आवस्सयवित्ती - वुत्तं चुनीइ पुण मुणि निविट्ठा / दो वेमाणिणि समणी, उड्डा सेसा ठिआ उ नव // 17 // बीअंतो तिरि ईसाणि, देवच्छंदो अ जाण तइअंतो। तह चउरंसे दु दु, वावी कोणओ वट्टि इक्किक्का // 18 // पीअ-सिअ - रत्त-सामा, सुर - वण -जोई भवणा रयणवप्पे / धणु-दंड-पास-गयहत्थ, सोम - जम - वरुण- धणयक्खा // 19 // जय-विजया-ऽजिय-अपरा जिअ त्ति सिअ-अरुण-पीअ-नीलाभा। थीए देवी जुअला, अभयं - कुस - पास - मगरकरा // 20 // तइअ बहि सुरा तुंबरु-खटुंगि-कवाल-जडमउडधारी / पुव्वाइदारवाला, तुंबरुदेवो अ पडिहारो // 21 // सामन्नसमोसरणे, एस विही एइ जइ महिड्डिसुरो। सव्वमिणं एगो वि हु, स कुणइ भयणेयरसुरेसु // 22 // पुव्वमजायं जत्थ उ, जत्थेइ सुरो महिड्डिमधवाई। तत्थोसरणं नियमा, सययं पुण पाडिहेराई // 23 // 200