________________ // 801 // // 802 // // 803 // // 804 // // 805 // // 806 // जं समए उवसंतं छक्कं उदयट्ठिई तया सेसा / पुरिसे समऊणावलिदुगेण बद्धं अणुवसंतं . आगालेणं समगं पडिगहया फिडइ पुरिसवेयस्स। सोलसवासियबन्धो चरमो चरमेण उदयेण तावइ कालेणं चिय पुरिसं उवसामए अवेदो सो। बन्धो बत्तीससमा संजलणियराण उ सहस्सा अव्वेय पढमसमया कोहतिगं आढवेइ उवसमिउं / तिसु पडिगहया एक्का उदओ य उदीरणा बन्धो फिटुंति आवलीए सेसाए सेसयं तु पुरिससमं / एवं सेसकसाया वेयइ थिबुगेण आवलिया चरिमुदयम्मि जहण्णो बन्धो दुगुणो उ होइ उवसमगे / तयणंतरपगईए चउग्गुणोऽनेसु संखगुणो लोहस्स उ पढमठिई बीयठिईओ उ कुणइ तिविभागं / दोसुं दलनिक्खेवो तइओ पुश किट्टिवेयद्धा संताणि बज्झमाणगसरूवओ फड्डग़ाणि जं कुणइ / सा अस्सकण्णकरणद्ध मज्झिमा किट्टिकरणद्धा अप्पुव्वविसोहीए अणुभागोणूणविभयणं किट्टी / पढमसमयम्मि रसफड्डवग्गणाणंतभागसमा सव्वजहण्णगफड्डग अणंतगुणहाणियाउ ता रसओ / पइसमयमसंखंसो आइमसमयाउ जावंतो अणुसमयमसंखगुणं दलियमणंतंसओ उ अणुभागो / सव्वेसु मंदरसमाइयाण दलियं विसेसूणं आइमसमयकयाणं मंदाईणं रसो अणंतगुणो / सव्वुक्कस्सरसा वि हु उवरिमसमयस्सणंतंसे 211 // 807 // // 807 // // 808 // // 809 // // 810 // // 811 // सगुणा / / / 812 //