________________ // 96 // // 97 // // 98 // // 99 // // 100 // // 101 // परमाणू य अणंता सहिया उस्सहसण्हिया एक्का / साऽणंतगुणा संती ससण्हिया सोऽणु ववहारी.. खंधोऽणंतपएसो अत्थेगइओ जयम्मि छिज्जेज्जा। भिज्जेज्ज व एगइओ नो छिज्जे नो य भिज्जेज्जा परमाणू तसरेणू रहरेणू अग्गयं च वालस्स / लिक्खा जूया य जवो अट्ठगुणविवड्डिया कमसो अद्वैव य जवमज्झाणि अंगुलं छच्च अंगुला पाओ / पाया य दो विहत्थी दो य विहत्थी भवे हत्थो चउहत्थं पुण धणुयं, दुन्नि सहस्साई गाउयं तेसि / चत्तारि गाउया पुण, जोयणमेगं मुणेयव्वं उस्सेहंगुलमेगं हवइ पमाणंगुलं दुपंचसयं / ओसप्पिणीए पढमस्स अंगुलं चक्कवट्टिस्स तेणंगुलेण जं जोयणं तु एत्तो असंखगुणयारो / . सेढी पयरं लोगो लोगा णंता अलोगो य जे जम्मि जुगे पुरिसा अट्ठसयंगुलसमूसिया हुंति / तेसि सयमंगुलं जं तयं तु आयंगुलं होइ देहस्स ऊसएण उ गिहसयंणाई य आयमाणेणं / दीवुदहिभवणवासा खेत्तपमाणं पमाणेणं .. कालो ति य एगविहो कालविभागो य होइ णेगविहो / समयावलियाईओ अणंतकालो त्ति नायव्वो . कालो परमनिरुद्धो अविभागी तं तु जाण समओ त्ति / तेऽसंखा आवलिया ता संखेज्जा य ऊसासो हटुऽणगल्लुस्सासो एसो पाणुत्ति सन्निओ एक्को / पाणू य सत्त थोवो थोवा सत्तेव लवमाहु // 102 // // 103 // // 104 // // 105 // // 106 // // 107 //