________________ पवार केण वि कालवसेण य देवबलेण य कत्थवो कईया / पेच्छइ ससहरबिंबं लहिज्ज नो माणुसं खु पुणो // 11 // जह अइगहणं वि वणं तह संसाराडवी मुणेयव्वा। जह बेहो अइगुहिरो मणुअगई तत्थ णायव्वा . // 12 // जीवो तह संसारी वसइ सया कच्छवु व्व परिजुण्णो। . जलयरभावं पत्ता तत्थाणेगे मणुअजीवा // 13 // जम्मजरामरणाइ दुहजलकल्लोलपूरिओ सययं / . सेवालजालसरिसं निबिडं मिच्छत्तमवणद्धं // 14 // कोमुइमुह व्व सुहसा-मग्गीहिं तत्थ कम्मविवरेहि / नाणानिलेहि भिदं छिदं मिच्छत्तसेवालं. // 15 // दिद्वं च तेण ससहर-बिंबसरिच्छं सुदंसणं तत्थ / आणंदिओ मणम्मि चिंतइ अच्चब्भुयं किमवि? // 16 // तो अण्णेसि दंसण-मिह जइ हवइज्ज चिंतिउं पवत्तो / एवं वियक्कइत्ता अह पत्तो मोहपरतंतो . // 17 // आगच्छइ जावया सो आकारिऊण परियणं निययं / ताव य ससहरबिंबं संजायं पडलसंछण्णं . // 18 // एवं मोहवसेण य सम्मत्तं पाविऊण निग्गमियं / संकाइदोसदुट्ठो णो अण्णेसि य दंसेइ // 19 // जह कुम्मो अहपत्तो चंदं दळूण उड्डमागम्म / तह सम्मत्तं हिच्चा निगोयनरई गई जाइ // 20 // तह कहमवि सो कुम्मो पाविज्जइ सोमदंसणं कइया / तह कम्मविवरेहिं वि हविज्ज सम्मत्तचंदं पि .. // 21 // इय अट्ठमदिटुंतो कुम्मगनामा मए विणिद्दिट्ठो। नरभवलट्ठाए लिहिओ पवयणसमुद्दाओ // 22 // 338