________________ // 26 // // 27 // // 28 // // 29 // // 30 // // 31 // चाउज्जाएणं वासिऊण ठविओ सरावदुगमज्झे। चेडीकरप्पियाओ काउं संपेसिया तीसे . जणणीए दंसियाओ पेच्छसु विण्हाण अंतरं दोण्हं / अकिलेसेणं भक्खण-जुग्गाओ पेसिया जेण अयलेण पुण महंतो अत्थव्वओ कारिओ न उण मज्झ / एक्का वि उच्छुलट्ठी जुहोव जुज्जइ तहा विहिया एगंतेणेव गुणं एसा पेच्छेइ मूलदेवस्स / इय सविसाया जणणी चिंतेउं एवमारद्धा को नाम सो उवाओ जेणेसो निग्गहं लहिज्जाहि / अयलाओ जेण न पुणो पविसेज्जा मज्झ गेहम्मि अह अण्णवासरे अयलसत्थवाहो भणाविओ तीसे। छउम्मेण गामगमणं करेच्छु एज्जाहि संझाए तेण तह चियविहिए गमणे तुट्ठाए देवदत्ताए।. गेहमि मूलदेवो पवेसिओ जाव अभिरमइ . विज्जझडप्पो व्व तओ आवडिओ झत्ति अयलसत्थवाहो / गिहमज्झे य अइगओ इयरो सिज्जा तले लीणो नाओ य तेण भणिया गणिया हायव्व मज्झ इत्थेव। सेज्जा एसा भणइ निरत्थयं कि विणासेसि? मज्झं चेव विणस्सइ न उणो तुह किंचि किं वि सूरेसि / पारद्धो ण्हाणविही अब्भंगुव्वट्टणाइओ कलसपलोट्टणसमये पारद्धो चिंतिउं तओ इयरो / ही ! ही ! वसणाण वसो वसणाई जउभवंतेवं विडउ व्व सलिलभिण्णो निग्गच्छइ जाव ताव अयलेण। अयलग्गकरेण सिरे गिहियकेसेसु भणिओ सो 318 // 32 // // 33 // // 34 // // 35 // // 36 // // 37 //