________________ इच्चाइसुत्तविहिणा, काउस्सग्गं करेइ थिरचित्तो / ऊसासा पणुवीसं, पमाणमेयस्स निद्दिटुं // 388 // काऊण नमोक्कार, अरिहंताणं ततो विहाणेण / पारियकाउस्सग्गो, चउवीसजिणत्थयं पढइ // 389 // तो सक्कत्थयविहिणा, ठाऊणं मंगलत्थयं पढइ / भुज्जो सक्कत्थयंते, आयरिआई उ वंदेइ // 390 // उद्वित्तु ठिओ संतो, पमोयरोमंचचिंचइयगत्तो / चेइयगयथिरदिट्ठी, ठवणाजिणदंडयं पढइ // 391 // एत्थ पुण वक्कछक्कं, महापयाइं हवंति अद्रुव / आलावा चोयालीस होंति इमिणा विहाणेणं // 392 // अब्भुवगमो निमित्तं, हेऊ एगवयणंत आगारा / बहुवयणंता य तहा, उस्सग्गपमाणवक्काई // 393 // तिग छग सत्तग नवगं, तिग छग चउरो छगं च आलावा / नेआ कमसो अट्ठसु, परसु तेसिं इमो अत्थो // 394 // अरहंता पुव्वुत्ता, तेसिं पुण चेइयाइँ पडिमाओ / तव्वंदणाइहेडं, करेमि नियकायउस्सग्गं // 395 // एसो पयसंटेको, करेमि अहयं विहेमि एत्ताहे / काओ भन्नइ देहो, तस्सुस्सग्गं परिच्चायं // 396 // वंदणवत्तियाए, वंदणयनिमित्तमेत्थ परमत्थो / एवं पूयणमाईनिमित्तमेसो विसेसोऽत्थ // 397 // वंदणमभिवायणयं, पसत्थमण-वयण-कायवावारो / मल्लाइअच्चणं पूयणं ति वत्थेहिं सक्कारो // 398 // सम्माणो माणसपीइसंगयया उचियविणयपडिवत्ती / कीरति किं निमित्तं, एए ? नणु बोहिलाभत्थं // 399 // 85