________________ उद्वित्तु असंभंतो, तिविहं पायंतरं पमज्जित्ता / जिणमुद्दाट्ठियचलणो, इरियावहियं पडिक्कमइ // 364 // सन्निहियं भावगुरू, आपुच्छित्ता खमासमण-पुव्वं / इरियं पडिक्कमेज्जा, ठवणाजिणसक्खियं इहरा // 365 // इह वीसामा अट्ठ उ, पयाई बत्तीस बेंति गीयत्था / तेसि विरइविभागो, एएण कमेण विनेओ // 366 // दुग दुग चउरो सत्तग, इग पण दसगं इगं च विरईओ / इरियावहियासुत्ते, बत्तीसं हुंति आलावा // 367 / / एएसि पयाणत्थो, इच्छामि अहिलसामि पडिक्कमिउं / पडिकूलं वट्टेडं, नियत्तिउं एस भावत्थो // 368 // इरियावहियाएँ विराहणाएँ इरिया गइ त्ति तम्मग्गो / इरियावहो त्ति भन्नइ, इरियावहिया उ तप्पभवा // 369 // भन्नइ विराहणा खलु, इच्छामि अहं तओ पडिक्कमिउं / गमणं नियठाणाओ, आगमणं अन्नओऽभिमयं // 370 // तम्मि उ पाणाईणं, अक्कमणे, विगलइंदिया पाणा / बीयाणि सालिमाई, हरियाणि वणप्फइविसेसा // 371 // एसा तइया विरई, ओसाउत्तिंगमाइया अवरा / तत्थोसा सुपसिद्धा, उत्तिगो कीडियानगरं // 372 // हरतणुगमाहु अन्ने, पणओ ओल्ली दगं जलं मट्टी / पुढवीकाओ भणिओ, मक्कडगा कोलिया भणिया // 373 // संताणो समुदाओ, जालं वा तेसु विहियसंकमणे / एसा चउत्थविरई, विराहिया जे मए जीवा // 374 // एगपया पंचमिया, छट्ठा एगिदिया य पंचपया / विरइदुगं पि सुगमं, सत्तमिया अभिहयाईया // 375 // 83