________________ जे पावफलाजोगा, जे कुलधणजीयवेरिणोऽणत्था / बोटस ते कूडव्ववहाराण, हुंति जह लोहनंदस्स // 214 / भोयणसमए पूइय-जिणंदपडिमाओ दिन्नमुणिदाणो। . वुड्डाउरातिहीणं, चउप्पयाणं च कयचिंतो - // 215 / झायंतो नियनियमे, वज्जंतो लोगआगमविरुद्धं / पगईए अणुलोमं, भुंजइ सो नाइगिद्धीओ // 216 // अहधम्मसत्थपरमत्थ-चिंतणेण य गमित्तु अवरण्हं / आरा अत्थमणाओ, सायं पुण कुणइ जिणपूअं // 217 // नीसेसरिद्धिजणणी, दुग्गइदालिद्ददुक्खनिद्दलणी। .. दंसणसुद्धिनिमित्तं, पुणो पुणो कीरए एसा // 218 // तो सुकिरियारुवधम्मं, संचियं उचियक्खणे कुणइ निदं / परमेट्ठी समरंतो, पायमबंभं परिकरंतो - // 219 // खणमित्तसुखहेउ, अणंतदुक्खाणमूलबीयं जं / तं बहु मन्नइ न बुहो, मेहुण्णमहण्णजणजोग्गं . // 220 // जायइ निद्दाभंगो, जया तया रमणिदेहनेगुण्णं / चरियाई थूलभद्दाईण मुणीणं विभावेइ // 221 // दिवसनिसाविहिमेवं, सेवंतो अहक्कमेण खीणबलो। बुज्झिय भवंतमुज्झिय, ममत्तमालंबिय दढत्तं // 222 // आलोइयाइयारो, भावंतो नियमणे नमुक्कारं / मुक्कारंभो अणसण-विहिणा पाणे परिच्चयइ // 223 // गहणं अणुव्वयाणं सामाइयं सव्वपोसहो य पुणो। . अणसणमरणं इय सावयाण चत्तारि आसासा // 224 // xc