________________ // 129 // // 130 // // 131 // // 132 // जिणभवणाइसु संथारदिक्खनिज्जामयाओ अडयाला / पियधम्माइसमेया. चउरंगाराहओ मरणे . मरणं सत्तरसविहं नाउं तत्थंतिमाई मरणाइं / पायव इंगिणिमरणं भत्तपरिण्णं च कायव्वं संलेहणाइ पुव्वं वियडण उच्चारणं तह वयाणं / तिविहं चउव्विहं वा आहारं वोसिरे सव्वं बालमरणा हि जीवो सनियाणो दुक्खसागरमपारं / पावइ जह संभूई पंडरअज्जा व दिटुंतो एग पंडियमरणं छिदइ जाईसयाइं बहुयाई / दिटुंतो महसयगो मंडुक्को नंदजीवो वा सुइपाणगाइ अणुसट्ठिभोयणं तह समाहिपाणाइ / धीरावण सामग्गीपसंसणं सद्धवद्धट्ठा इहरपरलोयासंसापओग मरणं च जीवियासंसा / कामे भोगेसु तहा मरणंते पंच अइयारा . पडिवज्जिऊणऽणसणं पुणरवि आहारमाइ पत्थेइ / आउट्टियाइणा जइ सो भंगो जायए तस्स पणमामि अहं निच्चं अणसणविहिणा निरइयारेहिं / जेहिं कयं चिय मरणं दिटुंतो खंदएणेत्थ // 134 // // 135 // // 136 // // 137 // 193